
पाहलगाम आतंकी हमला 2025: एक भीषण त्रासदी
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल बैसारन घाटी में एक भीषण आतंकी हमला हुआ, जिसमें 28 निर्दोष नागरिकों की जान गई और 20 से अधिक लोग घायल हुए। यह हमला भारत में 2008 के मुंबई हमलों के बाद सबसे घातक नागरिक हत्याकांड माना जा रहा है |
🔥 हमले का विवरण
हमलावरों ने सेना जैसी वर्दी पहन रखी थी और उनके पास AK-47 और M4 कार्बाइन जैसे घातक हथियार थे। उन्होंने पर्यटकों से उनका नाम और धर्म पूछा, और विशेष रूप से हिंदू पुरुषों को निशाना बनाकर गोली चलाई। कुछ पर्यटकों को इस्लामी कलमा पढ़ने के लिए कहा गया; जो नहीं पढ़ पाए, उन्हें मार दिया गया। एक स्थानीय मुस्लिम टट्टू चालक, सैयद आदिल हुसैन शाह, ने हमलावरों को रोकने की कोशिश की, लेकिन उन्हें भी गोली मार दी गई |
🕵️♂️ जिम्मेदारी और संदिग्ध
शुरुआत में पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली, लेकिन बाद में इसे वापस ले लिया। भारत ने पाकिस्तान पर आतंकियों को समर्थन देने का आरोप लगाया है, जिसे पाकिस्तान ने खारिज किया है ।
🌍 अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
अमेरिका, रूस, ईरान और इज़राइल सहित कई देशों ने इस हमले की निंदा की है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति JD Vance ने भारत से संयम बरतने की अपील की है और पाकिस्तान से आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है ।
⚔️ भारत-पाक तनाव
इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। भारत ने इंडस जल संधि को निलंबित कर दिया है, पाकिस्तानी राजनयिकों को निष्कासित किया है और सीमा पर सैन्य गतिविधियाँ तेज कर दी हैं। पाकिस्तान ने भी सिमला समझौता निलंबित किया है और हवाई क्षेत्र बंद कर दिया है। दोनों देशों के बीच नियंत्रण रेखा (LoC) पर गोलीबारी की घटनाएँ बढ़ गई हैं ।
🕊️ निष्कर्ष
पाहलगाम हमला न केवल एक मानवीय त्रासदी है, बल्कि यह भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का प्रतीक भी बन गया है। इस घटना ने कश्मीर में सामान्य स्थिति की उम्मीदों को झटका दिया है और क्षेत्र में शांति स्थापना की आवश्यकता को और भी महत्वपूर्ण बना दिया है।
